![]() |
जो अँधेरे बाँट रहे हैं, मिलकर उन पर घात करें...
सत्य सहमा सिसक रहा है, साहस हर पल बिखर रहा है
आशाओं का दीप भंवर में, जाने कैसे सिहर रहा है
अस्तित्व बचाने इनका, सभी जतन दिन-रात करें.....
झूठ सिंहासन पर बैठा है, बना हुआ देखो वाचाल
तांडव करता है निसदिन वह, दे दे कर के ताल
चलो उठायें आज मशालें, और खुशियों की बरसात करें...
सुशील भोले
54-191, डॉ. बघेल गली,
संजय नगर (टिकरापारा) रायपुर (छ.ग.)
मोबा. नं. 080853-05931, 098269-92811
ईमेल - sushilbhole2@gmail.com

No comments:
Post a Comment