सरी मंझनिया साथ देवइया केवल बिरला होथे कोन हे संगी हित-पिरित एकरे ले परखो मिलथे रिश्ता-नाता कहत भर के भाई-भतीजा बोचकथे तब बिन मुंह के अइसन संगी ले रिश्ता ह बांचथे -सुशील भोले संजय नगर, रायपुर मो/व्हा. 9826992811
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