(मेरे फेसबुक वाल से)
घर वापसी और वर्ण व्यवस्था....
देश के कई हिन्दुत्ववादी संगठन अभी घर वापसी, मतलब जो लोग हिन्दू धर्म से अन्य धर्म में चले गये हैं उनको वापस हिन्दू धर्म में लाने का अभियान चलाये हुए हैं।
मैं व्यक्तिगत रूप से इस घर वापसी कार्यक्रम का स्वागत करता हूं, लेकिन साथ ही यह प्रश्न भी पूछना चाहता हूं, कि जिन लोगों को हिन्दू धर्म में वापस लाया जा रहा है, उन्हें किस वर्ण में शामिल किया जा रहा है? क्योंकि ये लोग या इनके पुरखे इसी वर्ण व्यवस्था से व्यथित होकर ही तो अन्य धर्मों की ओर गये होंगे। मैं घर वापसी के इस अभियान में मुखियाई कर रहे लोगों से जानना चाहता हूं कि क्या वे इन लोगों के साथ रोटी-बेटी का संबंध भी रखेंगे या फिर से शूद्रों की अपमान दायक पीड़ा में इन्हें झोंक देेंगे?
* सुशील भोले *
देश के कई हिन्दुत्ववादी संगठन अभी घर वापसी, मतलब जो लोग हिन्दू धर्म से अन्य धर्म में चले गये हैं उनको वापस हिन्दू धर्म में लाने का अभियान चलाये हुए हैं।
मैं व्यक्तिगत रूप से इस घर वापसी कार्यक्रम का स्वागत करता हूं, लेकिन साथ ही यह प्रश्न भी पूछना चाहता हूं, कि जिन लोगों को हिन्दू धर्म में वापस लाया जा रहा है, उन्हें किस वर्ण में शामिल किया जा रहा है? क्योंकि ये लोग या इनके पुरखे इसी वर्ण व्यवस्था से व्यथित होकर ही तो अन्य धर्मों की ओर गये होंगे। मैं घर वापसी के इस अभियान में मुखियाई कर रहे लोगों से जानना चाहता हूं कि क्या वे इन लोगों के साथ रोटी-बेटी का संबंध भी रखेंगे या फिर से शूद्रों की अपमान दायक पीड़ा में इन्हें झोंक देेंगे?
* सुशील भोले *
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