फेर नेवता हे तोला दाई गरजत-गरजत आबे
चारों मुड़ा रार मचत हे सब्बोच ल सिरवाबे
आज तो बैरी जुलमी मन उज्जर रंग म रहिथें
तोप-ढांक के करम-दोष ल गुत्तुर-गुत्तुर कहिथें
जतका देव-धरम के ठीहा सब म बैरी के बासा
अब्बड़ खोज-खबर कर डारेन अब तोरे हे आसा
शिव के शक्ति तोरेच भक्ति तहीं अब संहार कर
संहारकर्ता के सहभागी पीड़ित जन के उद्धार कर
सुशील भोले
संजय नगर (टिकरापारा) रायपुर (छ.ग.)
मोबा. नं. 98269-92811
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