Saturday, 22 October 2022

अन्न तेरस.. धान तेरस..

अन्न तेरस.. धान तेरस..
    अन्न तेरस .. धान तेरस.. ए ह तइहा जमाना ले चले आवत पूर्ण रूप ले कृषि संस्कृति अउ किसानी सभ्यता के प्रतीक स्वरूप पवित्र तिहार आय.
    फसल उत्सव ले पहली अन्न पूजा (अन्न तेरस, धान तेरस) के अब्बड़ अकन बधाई...
    अन्न तेरस म अन्न पूजा ल महत्व प्रदान करव संगी हो, इही हमर कृषि संस्कृति के मूल रूप आय।
   क्षअनावश्यक खर्चा अउ व्यापारी मनके शुभ मुहूर्त के नाम म भरमई-भटकई ले बांचव.
     धान तेरस के असली उत्सव इही फेर अब ए अन्न उत्सव ल व्यापार उत्सव के रूप म खड़ा कर दे गे हे।
    अन्न तेरस धान्य यानी धान 🌾🌾तेरस में खेत मन के पूजा, अन्न के पूजा प्रकृति पेड़ पौधा मन  के पूजा करे तिहार आय। जुन्ना बेरा म हर किसान आज के दिन  अपन खेत के मेड़ म पौधा लगावत रिहिसे अउ धान संग्रह करके उत्सव मनावत रिहिसे,  के अब हमन जम्मो जीवजगत बर, प्राणिजगत बर अन्न उपजाय के रूप म जीविकोपार्जन के व्यवस्था कर डरेन । असली म ए परब ह प्रकृति ल धन्यवाद दे के परब आय ..
धान्य तेरस के  मंगल कामना  .. गाड़ा-गाड़ा बधाई.. जोहार ..🌾🌾

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