चौमासा संग आगे बारी के जोंधरी लटलट ले फरे हे जइसे सम्हरे हे परी दगदगावत अंगरा म फूटत ले सेंक ले फेर सेवाद ले ले संग सावन के झड़ी 😁सुशील भोले
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