काबर??
आजादी अउ अधिकार
के बात म
जब कोनो
आन्दोलन होथे
त कवि लेखक मन
वोकर
जबर गुनगान करथें
वीर रस के धारा बोहवाथें
कतकों किताब अउ
अखबार ल
आखर म सजाथें.
फेर मोला
गजब अचरज लागथे
जब
अपन अस्मिता अउ
स्थानीय चिन्हारी के
स्वतंत्र पहचान खातिर
करे गे
छत्तीसगढ़ राज के
आन्दोलन अउ
वोला
नेंव कोड़े ले लेके
राज के सिरजे तक
जम्मो बुता-काम
अउ रोजी-रोजगार ल
छोड़ के भीड़े
सुराज के अलख जगइया
राज आन्दोलनकारी मनके
जसगान
कोनो डहार
काबर नइ सुनाय?
कोनो कवि लेखक के
कलम
काबर नइ फड़फड़ाय??
-सुशील भोले-9826992811
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