सिहावा के ऊँच डोंगरी ले निकले हे निर्मल धारा
महानदी नांव धरा के जे बने हे सबके सहारा
सिंगी रिसी के घलोक आय इहीच ह पावन धाम
त्रेताजुग म राजा दशरथ के जे बनाइस ठउका काम
कहाँ जाथौ तब दुनिया किंजरे तीरथ-बरत के नाम
हमरे भुइयां म सबोच भरे हे इहेंच हे चारों धाम
(संलग्न चित्र-महानदी उद्गम कुंड, सिहावा)
-सुशील भोले-9826992811
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