कब खुलबे जी आचारसंहिता तोर सेती होगे जिनगी बिरथा कोनो काम सिध नइ पर पाय कहूं जाबे ते तोरे छेंका बताय जइसे गांधीबबा के तीन बेंदरा देखय न बोलय कान घलो भैरा सुशील भोले 😊
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