कोंदा ह बोलथे अउ भैरा ह सुनथे .. आखिर कइसे?
सोशलमीडिया म 'कोंदा भैरा के गोठ' शीर्षक ले सरलग लिखत धारावाहिक ल लगभग आठ महीना होगे हे. ए धारावाहिक ल जेन दिन ले, माने 26 फरवरी'23 ले लिखे के शुरू करेंव, उहिच दिन ले लोगन ए पूछत रहिथें, के एमा के कोंदा ह बोलथे कइसे अउ भैरा ह सुन कइसे डारथे?
असल म ए धारावाहिक के अंतर्गत आने वाला दूनों पात्र कोंदा अउ भैरा ल लोगन सामान्य अर्थ के अंतर्गत देख लेथें, तेकर सेती उनला भोरहा हो जाथे, के दू दिव्यांग मनखे (कोंदा भैरा) आपस म गोठ-बात कइसे कर लेथें? उनला एकर नामकरण खातिर ताज्जुब होथे.
फेर जब मैं ए धारावाहिक के पात्र मन के नॉव धरेंव, त मोर मन म ए मन दिव्यांग मनखे के प्रतीक नइ रिहिन, भलुक ए मनला मैं इहाँ के आम आदमी के प्रतीक के रूप म रखेंव, जेन हमर गाँव-गंवई म आम रूप म प्रचलित रहिथे.
हमर गाँव-गंवई म एक परंपरा हे. आप सबो झन वोकर ले चिन्हारी राखत होहू. हमर इहाँ के कतकों समाज म भौजी, काकी या मामी के नता वाली मन अपन देवर, भतीजा या भांचा आदि के नॉव नइ लेवंय. अइसन बेरा म वोमन देवर, भतीजा या भांचा ल संबोधित करे खातिर कोंदा, भैरा, लेड़गा, कनवा, खोरवा, ठेमना या बिलवा जइसन कतकों अकन दुलार के नॉव रख लेथें. अउ जब वो मन अपन अइसन नता मनला कोंदा भैरा जइसन नॉव ले हुंत कराथें या संबोधित करथें, त उंकर मन के संगे-संग गाँव के अउ आने लोगन घलो उनला उही नॉव ले संबोधित करे लग जाथें. तहाँ ले फेर उहीच नॉव ह वो मनखे के 'निक नेम' के रूप धारण कर लेथे, वोकर डहर चलती के नॉव बन जाथे.
ए निक नेम या डहर चलती के नॉव ह वोकर उपहास के या ताना मारे के नॉव नइ होय, भलुक वो ह वोकर मया अउ दुलार के नॉव होथे. एकरे सेती वो नाॅव विशेष ले न तो बोलने वाले ल कुछू अलकरहा गोठियाय कस जनावय, अउ न ही सुनने वाले ल.
-सुशील भोले-9826992811
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