हमारे यहां अनेक प्रकार के पारंपरिक खेल प्रचलित हैं। इन खेलों की विशेषता यह है कि इसमें धन का अपव्यय नहीं होता। बच्चे इसे अपने आप-पास के साधनों से सहज रूप से प्रप्त कर लेते हैं। आज के इस महंगाई के इस दौर में एेसे पारंपरिक खेलों के प्रति बच्चों को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है।
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