Sunday, 26 December 2021

दिसम्बर ले आस..

मया के डोरी ले
अउ एक मोती झरत हे
सरग निसैनी ले
दिसम्बर उतरत हे..

बांचे हे भइगे
थोरके घड़ी, पल छिन
फेर हो जाही
अंगरी म वो तो गिन-गिन.

कुनकुनवत रउनिया
अउ दमोरत रतिहा के
गोरसी तापत सियान के
सोझियावत कनिहा के

कोनो बियारा म दौंरी
अउ बेलन के रेंगना
कोनो मेर के रास ल
सकेलना अउ धुंकना

नवा दिन-बादर ह
फेर परघाही नवा मौसम
बसंत के सुवागत म
करही दमादम

नवा बिहान ले बस
अतकेच हे आस
झन बोरबे तैं ह जी
ककरोच बिसवास
-सुशील भोले-9826992811

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