रात-दिन मगन रहिथे जे देखे-सरेखे बर पर के गुण-दोष कहूँ चिटिक भर झॉंक परथे वो अंतस ल अपने त सुध-बुध जम्मो बिसरा जाथे उड़ा जाथे वोकर खुद के होश -सुशील भोले-9826992811
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