बगीचा (जिला-जशपुर, छत्तीसगढ़) में छोटी-छोटी पहाड़ी नदियों का जाल बिछा हुआ है। आप जिस रास्ते से गुजरें कोई न कोई ऐसी नदी अवश्य मिलेगी। इसीलिए ये नदियाँ यहाँ के लोगों के जीवन का अंग बनी हुई हैं। मैं जिस घर पर ठहरा हुआ था, उसके दरवाजे पर भी एक ऐसी ही नदी बहती है। हम जब कभी कहीं से घूम-फिर कर आते तो इस नदी में जाकर आराम करते। एक ऐसी ही शाम नदी के बीच.....
No comments:
Post a Comment