Monday, 10 January 2022

सुशील भोले वर्मा..


नाम- सुशील भोले (सुशील कुमार वर्मा)  

जन्म - 02/07/1961 (दो जुलाई सन उन्नीस सौ इकसठ) 

पिता – स्व. श्री रामचंद्र वर्मा 

माता – स्व. श्रीमती उर्मिला देवी वर्मा 

पत्नी– श्रीमती बसंती देवी

मूल ग्राम – नगरगांव, थाना-धरसीवां, जिला रायपुर छत्तीसगढ़ 

वर्तमान पता – 54-191, कस्टम कालोनी रिक्शा स्टैंड के सामने, यादव टी स्टाल वाली गली, संजय नगर (टिकरापारा) रायपुर छत्तीसगढ़-492010

मोबाइल – 98269-92811

ब्लाग - www.mayarumati.blogspot.in


यूट्यूब- kavi sushil bhole


प्रकाशित कृतियाँ-

1. छितका कुरिया (काव्य  संग्रह, 1989)  

2. दरस के साध (लंबी कविता 1990)

3. जिनगी के रंग (गीत एवं भजन संकलन 1995)

4. ढेंकी (कहानी संकलन 2006, दूसरा संस्करण 2022)

5. आखर अंजोर (छत्तीसगढ़ की मूल संस्कृति पर आधारित लेखों का संकलन 2006, दूसरा संस्करण 2017 )

6. भोले के गोले (व्यंग्य एवं लेख संग्रह 2015)

7. सब ओखरे संतान (चारगोडि़या मनके संकलन 2017)

8. सुरता के संसार (संस्मरण मन के संकलन 2022)

9. बिहनिया के जोहार (चार डांड़ के चित्रमय रेखांकन 2022-23) 

10. कोंदा भैरा के गोठ (सोशलमीडिया के पहला धारावाहिक 2023-24) 


कालम लेखन-  

1. तरकश अउ तीर (दैनिक नवभास्कर सन-1990)

2. आखर अंजोर (दैनिक तरूण छत्ती‍सगढ़ 2006-07)

3. डहर चलती (दैनिक अमृत संदेश- 2009)

4. गुड़ी के गोठ (साप्ताहिक इतवारी अखबार 2010 से 2015)

5. बेंदरा बिनास (साप्ताहिक छत्तीसगढ़ सेवक 1988-89)

6. किस्सा कलयुगी हनुमान के (मासिक मयारू माटी 1988-89)



अन्य लेखन- 

1.प्रदेश एवं राष्ट्रीय स्तर के अनेक पत्र-पत्रिकाओं में लेख, कविता, कहानी, समीक्षा, साक्षात्कार आदि का नियमित रूप से प्रकाशन।

2. ‘लहर’ एवं ‘फूलबगिया’ ऑडियो कैसेट में गीत लेखन एवं गायन।

3. अनेक सांस्कृतिक मंचों द्वारा गीत एवं भजन गायन।

4. आकाशवाणी एवं दूरदर्शन से कविता, कहानी, वार्ता एवं आलेखों का नियमित प्रसारण

5. छत्तीसगढ़ की मूल संस्कृति पर विषय विशेषज्ञ के रूप में वक्तव्य। 


संपादन एवं प्रकाशन- 

1. मयारु माटी (छत्तीसगढ़ी भाषा की प्रथम संपूर्ण मासिक पत्रिका)


सह संपादन- 

1. दैनिक अग्रदूत

2. दैनिक तरूण छत्तीगढ़

3. दैनिक अमृत संदेश

4. दैनिक छत्तीसगढ़ ‘इतवारी अखबार’

5. जय छत्तीसगढ़ अस्मिता (मासिक)

6. अनेक साहित्यिक एवं सामाजिक पत्र-पत्रिकाओं में


विशेष-

1. छत्तीसगढ़ शासन द्वारा चार किताबें 1. ढेंकी (कहानी संकलन), 2. सुरता के संसार (संस्मरण संग्रह), 3. तिलमती चाउंरमती (लोककथा), 4. संत अउ बसंत (लोककथा) को समग्र शिक्षा के अंतर्गत प्रदेश के कक्षा 1 से कक्षा 12 वीं तक के सभी पाठशालाओं के पुस्तकालयों में भेजा गया है.


2. सोशलमीडिया के पहला धारावाहिक 'कोंदा-भैरा के गोठ' के सरलग लिखई चलत हे, जे हा रायगढ़ ले यशवंत खेडुलकर जी के संपादन म छपत दैनिक 'सुघ्घर छत्तीसगढ़' के पहला पेज म सरलग छपत हे.


सम्मान-

1. छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग द्वारा जिला सम्मान सन् 2007

2. डॉ. खूबचंद बघेल अगासदिया सम्मान 2014

3. छत्तीसगढ़ी साहित्य महोत्सव में शिवनाथ साहित्य सम्मान 2021

4. नार्थ अमेरिका छत्तीसगढ़ 'नाचा' द्वारा सम्मान 2023

5. जनकवि बिसम्भर यादव मरहा सम्मान 2024

इनके अतिरिक्त अनेकों सामाजिक, साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्थाओं द्वारा अनेक सम्मान।

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