Friday 29 July 2016

नइ मिलय एको साथी...

कनिहा-कूबर टूट जही जब परही धरम के लाठी
गेंड़ी सही मचमचा जाही नइ बांचय कुछु लुआठी
का बात के भरम म तैं बोह डारे हस अभिमान ल
छिन भर बिलम फेर देख लेबे नइ मिलय एको साथी

सुशील भोले 
मो. नं. 9826992811

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