Monday 1 November 2021

धनतेरस पर करें अन्नपूर्णा का स्वागत..


इस धन तेरस करें अन्नपूर्णा का स्वागत...
   आज "धन तेरस" है। शुभ मुहूर्त के नाम पर पूरा बाजार सज गया है. इसे धर्म और भावनाओं से जोड़कर व्यापारी व मीडिया के लोग आम जनता को ऐसे गुमराह करते हैं, जैसे धनतेरस के शुभ मुहुर्त में सामान खरीदने पर साल भर फिर कमाना ही नहीं पडे़गा. जैसे टी वी पर दिखाया जाता है, कि धन तेरस को सुबह दस बजे से रात ग्यारह बजे तक खरीदारी का शुभ मुहुर्त है। घंटे दो घंटे का नहीं, और आपके घर पर कोई आवश्यक काम हो तब यही लोग सिर्फ मिनटों का मुहुर्त बताते हैं, लेकिन यहाँ दिन भर का इसलिए बताते हैं ताकि व्यापारियों को अधिक से अधिक लाभ हो।
   बाजार सज गये हैं। करोड़ों की बिक्री के आसार हैं। लोगों में खरीदारी के प्रति भारी उत्साह दिख रहा है। नकली व अनुपयोगी चीजें भी बेचने का दिन है यह धन तेरस। कोई टी वी वाला यह नहीं कहता है कि बाजार में नई फसल आ गयी है- गेहूँ, मूंग, मोठ, बाजरी व चंवला आ गये हैं, इनको किसान के घर जाकर साल भर के लिए खरीदना बहुत ही शुभ है। इनका काम है धर्म के नाम पर लोगों में डर पैदा कर  व्यापारियों को लाभ पहुंचाना।
     यही कारण है कि बाजार में रिडेक्शन के सामान की दुकानें सज गई हैं. शुभ दिन को घर में सामान लाने के लिए लोगों ने पूर्ण तैयारियाँ कर रखी हैं. धनतेरस को बाजार में इतनी भीड़  रहती है कि न तो व्यापारी के पास भाव ताव करने का समय रहता है, और न ही वस्तु को दिखाने का. इसलिए आओ, खरीदो, पैसे दो और जाओ. माल कैसा है घर जाकर देखो. आप को खरीदना ही है तो दीपावली के बाद ठोक बजाकर माल खरीदो बहुत शुभ है. यह तो व्यापारियों और धर्म के नाम पर गुमराह करने वालों ने धनतेरस को अपने धन्धे से जोड़ दिया है.
    असल में तो इस दिन नये मूंग, मोठ, चावल धान, गेहूँ, बाजरी और तिल तिलहन आदि खरीद कर बारह महीने का स्टॉक करके किसान व अनाज की पूजा करनी चाहिए. घर में पेट भरने को अनाज आ जाये और अन्नदाता किसान के दर्शन हो जाये इससे अधिक शुभ और क्या हो सकता है?
     तो आइए, आज से हम कृषि उपज के रूप में अन्नपूर्णा का स्वागत करें. सही मायने में धनतेरस मनाएं.
धन्यवाद.. जोहार...

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