Thursday 6 June 2013

मेरा संक्षिप्त परिचय

मूल नाम - सुशील कुमार वर्मा
प्रचलित नाम - सुशील भोले
जन्म - 2-7-1961 (आषाढ़ कृष्ण पंचमी, संवत् 2018, दिन-रविवार,       रात्रि-8 बजे, स्थान-भाठापारा, जिला-बलौदाबाजार (छ.ग.)।
माता - स्व. श्रीमती उर्मिलादेवी वर्मा
पिता - स्व. श्री रामचंद्र वर्मा
पत्नी - श्रीमती बसंतीदेवी वर्मा
संतान - तीन पुत्रियां। 1- श्रीमती नेहा-रवीन्द्र वर्मा, 2- श्रीमती वंदना-अजयकांत वर्मा, 3- श्रीमती ममता-वेंकटेश वर्मा।
पैतृक गांव - नगरगांव (धरसींवा, जिला-रायपुर )
वर्तमान निवास - 41/191, डॉ. बघेल गली, संजय नगर (टिकरापारा) रायपुर-492001 (छत्तीसगढ़)
मोबा. नं. 098269 92811
ब्लॉग -http://www.mayarumati.blogspot.in/
फेसबुक -http://www.facebook.com/kavisushil.bhole
ईमेल - sushilbhole2@gmail.com

प्रकाशित कृतियां-
1- छितका कुरिया (छत्तीसगढ़ी काव्य संकलन)
2- दरस के साध (लंबी कविता)
3- जिनगी के रंग (छत्तीसगढ़ी गीत एवं भजनों का संकलन)
4- आखर अंजोर (छत्तीसगढ़ की मूल संस्कृति पर आधारित आलेखों का संकलन)
5- ढेंकी (छत्तीसगढ़ी कहानियों का संकलन)

प्रकाशकाधीन-
1- भोले के गोले (छत्तीसगढ़ी व्यंग्य संकलन)

संपादन-
1- मयारु माटी (छत्तीसगढ़ी भाषा की ऐतिहासिक मासिक पत्रिका)

सह-संपादक-
1- दैनिक तरुण छत्तीसगढ़, 2- दैनिक अमृत संदेश, 3- दैनिक छत्तीसगढ़, 4- साप्ताहिक इतवारी अखबार।
इनके अलावा अनेक सामाजिक एवं साहित्यि पत्र-पत्रिकाओं का संपादन एवं सह-संपादन।

कालम लेखन-
1- तरकश अउ तीर (दैनिक नवभास्कर 1990)
2- आखर अंजोर (दैनिक तरुण छत्तीसगढ़ 2006-07)
3- डहर चलती (दैनिक अमृत संदेश 2009)
4- गुड़ी के गोठ (साप्ताहिक इतवारी अखबार  2010 से लेकर अभी तक जारी)
5- बेंदरा बिनास (साप्ताहिक छत्तीसगढ़ी सेवक 1988-89)
6- किस्सा कलयुगी हनुमान के (मासिक मयारु माटी 1988-89)

प्रसारण-
1- आकाशवाणी रायपुर से आलेख, कहानी एवं कविताओं का नियमित प्रसारण।
2- अनेक सांस्कृतिक मंचों द्वारा मेरे लिखे हुए गीत एवं भजनों का गायन-प्रदर्शन।

ऑडियो कैसेट-
छत्तीसगढ़ी भाषा में लहर एवं फूलबगिया नाम से दो कैसेटों का लेखन, गायन एवं निर्देशन। साथ ही अनेक कैसेटों का निर्देशन।

विशेष-
1- कवि सम्मेलन के मंचों पर हिन्दी एवं छत्तीसगढ़ी में गीतों का सस्वर पाठ।
2- छत्तीसगढ़ की मूल संस्कृति पर विशेषज्ञ के रूप में अनेक स्थानों पर वक्तव्य।
3- अनेक राष्ट्रीय एवं प्रादेशिक पत्र-पत्रिकाओं में लेख, कहानी, कविता, समीक्षा एवं साक्षात्कार आदि का नियमित रूप से लेखन-प्रकाशन।

सम्मान-
छ.ग. शासन के छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग द्वारा 2010 में प्राप्त 'भाषाÓ सम्मान सहित अनेक साहित्यिक एवं सामाजिक संगठनों द्वारा अनेकों सम्मान प्राप्त।


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