
आना दारू पीला बाबू हमर बेचथे सरकार
आना दारू पी ले...
जगा-जगा भट्ठी खोल दे हे सरकार
तैं तो उछरत ले ढोंक ले जमो पूंजी ल डोहार...
पहिली गुड़ाखू बेचय अमर अगरवाल
अब तो संग म चिखना देथे हमर सरकार....
दू रुपिया के चांउर म बचाए पइसा
जुआ-दारू म नइ उड़ाबे त बनही कइसा....
सुशील भोले
संजय नगर, रायपुर (छ.ग.)
मोबा. नं. 98269-92811
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