Sunday 29 October 2017

डारा-शाखा म कतेक बिछलबे पेंड़वा ...

डारा-शाखा म कतेक बिछलबे पेंड़वा ल सीधा धरले
जड़ संग जइसे वो ठोस रथे फेर तइसन जिनगी गढले
कतेक अमरबे पान-पतइला डारा तो रट ले टूट जाही
फेर इंकरे चक्कर म मूल घलो तोर हाथ ले छूट जाही

(जय मूल देवता - जय मूल संस्कृति)

 -सुशील भोले
संजय नगर, रायपुर

मो नं 9826992811

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