तीजा उपास अउ करू भात
हमर इहाँ के तीजहारिन मन तीजा उपास के बिहान भर घरों घर किंजर किंजर के बासी खाये ले जादा, उपास के पहिली दिन करू भात खाये म जादा रुचि लेथें. वइसे तीजा उपास संग करू भात खाये के कोनो आध्यात्मिक कारण तो नइहे, फेर एकर आयुर्वेदिक महत्व जरूर हे.
जानकर मनके कहना हे- करू भात के रूप म खाये जाने वाला करेला के साग म कतकों किसम के आयुर्वेदिक गुण होथे, जेकर ले उपसनिन मनला, जेन कटकर ले 24 घंटा के निरजला उपास रहिथें, वोमा जादा पियास नइ जनाए के संगे-संग अउ कतकों किसम के लाभ होथे. शायद इही सबला चेत करके हमर पुरखा मन उपास के पहिली करू भात के रूप म करेला खाये के नेंग बनाए होही.
वैज्ञानिक मनके कहना हे- करेला म विटामिन A, B अउ C पाए जाथे. एकर छोड़े कैरोटीन, बीटाकैरोटीन, लूटीन, आयरन, जिंक, पोटैशियम, मैग्नीशियम अउ मैगजीन आदि घलो पाए जाथे. जेकर सेती उपास रहे के सेती होइवया जलन या गरमी ले बचाथे. पित्त, कफ रुधिर विकार ले बचाथे. पाण्डुरोग, प्रमेह अउ कृमि के नास घलो करथे.
आजकल बजार म बड़े बड़े हाइब्रिड करेला जादा देखे म आथे, फेर जानकर मनके कहना हे- अइसन बड़का बड़का करेला के बदला छोटे छोटे करेला, जेला हमन अपन घर बारी म मिलने वाला देशी किसम घलो कहि देथन, वोकर उपयोग करना चाही. ए छोटे करेला मन म पौष्टिक तत्व बड़े करेला के अपेक्षा जादा होथे. वइसे करेला के बजार भाव अभी ले तमतमाये बर धर लिए हे. तभे तो कतकों झन अभी ले फ्रीज आदि म सकेले बर धर लिए हें.
-सुशील भोले-9826992811
Thursday 25 August 2022
तीजा उपास अउ करू भात
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वाह बहुत बढ़िया जानकारी
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