Monday 6 January 2014

रेजा...


















चंउड़ी आये हौं जांगर बेचे बर, मैं बनिहारिन रेजा गा
लेजा बाबू लेजा गा, मैं बनिहारिन रेजा गा....

सूत उठ के बड़े बिहन्चे काम-बुता निपटाये हौं
मोर जोड़ी ल बासी खवा के रिक्शा म पठोये हौं
दूध पीयत बेटा ल छोड़ाये हौं करेजा गा... लेजा बाबू....

बेरा उवत के खड़े-खड़े देखत हावंव ए मालिक
मुड़ म आगे सुरुज-नरायन लेजा तैं ह ए मालिक
जांगर भर कोड़हूं-कमाहूं, एक बेर बेरा देजा गा.. लेजा...

बनी बिना तो ए बनिहारिन रहि जाही  लांघन
मैं नइ खाहूं त मोरो पिलवा कइसे पाही जेवन
मोर जोड़ी तो अपन कमई के नइ देवय एक बीजा गा.. लेजा..

सुशील भोले
म.नं. 41-191, डॉ. बघेल गली,
संजय नगर (टिकरापारा) रायपुर (छ.ग.)
मोबा. नं. 080853-05931, 098269-92811
ईमेल - sushilbhole2@gmail.com

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