Saturday 1 June 2019

रिश्ता अइसन ले बांचथे...

सरी मंझनिया साथ देवइया केवल बिरला होथे
कोन हे संगी हित-पिरित एकरे ले परखो मिलथे
रिश्ता-नाता कहत भर के भाई-भतीजा बोचकथे
तब बिन मुंह के अइसन संगी ले रिश्ता ह बांचथे
-सुशील भोले
संजय नगर, रायपुर
मो/व्हा. 9826992811

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