Wednesday 8 February 2023

गांव म हमागे जंगल के जीव

गांव म हमागे जंगल के जीव

बिधुन होके
बजावत हें
विकास के ढोल
चारों खुंट सुनावत हे
बस्ती, पारा खोर.
काहत हें-
तोर घर
एसी, कुलर संग
बिजली के अंजोर
तभे बगरही
जब
डोंगरी कस ऊॅंच-पूर
रूख वाले जंगल उजरही.
ओ भुइयाॅं के गरभ ले
करिया पखरा निकलही.
तैं गुन ले
तोला जंगल चाही ते बिजली?
तोला परंपरा के
ढेबरी-चिमनी चाही ते
विकास के अंजोरी?
विकास के सोर म
सिरतो
रूख-राई संग जम्मो
खाये-पीये के जिनिस नंदागे
इही पाय के
उहाँ के जम्मो जीव-जंत
दाना-पानी के आस म
हमर गाँव म हमागे.
-सुशील भोले-9826992811

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