Monday 23 September 2019

साहित्य दरपन होथे....

साहित्य समाज के दरपन होथे कहिथें गुनिक सुजान
जे नइ समझय एकर मरम उनला अड़हा सिरतो जान
कइसे अइसन मनला सउंप देइन हम अगुवा के कमान
अउ कइसे बन पाही अइसन के भरोसा कोनो समाज महान
-सुशील भोले
आदि धर्म जागृति संस्थान रायपुर
मो. 9826992811

No comments:

Post a Comment