ये बैरी, दिन आगे हावय बरसात के
चंदा लुकागे आधा रात के, कइसे खवावौं दूध-भात के....
कोन दिशा ले आथे बिलवा रे बादर
अइसे घपटथे जइसे सबले हे आगर
फेर पानी रितोथे जुड़वास के.....
जेठ-बइसाख ठउका जुगजुग ले दिखय
खेलत चंदैनी संग मुच-मुच करय
तभो बेरा निकालय मुलाकात के.....
खेती-किसानी तो गदबद ले मात गे हे
धनहा मन परी सहीं सुघ्घर सज गे हे
फेर मोर होगे बिरहा बिना बात के.....
कोन दिशा ले आथे बिलवा रे बादर
अइसे घपटथे जइसे सबले हे आगर
फेर पानी रितोथे जुड़वास के.....
जेठ-बइसाख ठउका जुगजुग ले दिखय
खेलत चंदैनी संग मुच-मुच करय
तभो बेरा निकालय मुलाकात के.....
खेती-किसानी तो गदबद ले मात गे हे
धनहा मन परी सहीं सुघ्घर सज गे हे
फेर मोर होगे बिरहा बिना बात के.....
सुशील भोले
म.नं. 41-191, डॉ. बघेल गली,संजय नगर (टिकरापारा) रायपुर (छ.ग.)
मोबा. नं. 080853-05931, 098269-92811
ईमेल - sushilbhole2@gmail.com
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