Sunday 16 October 2016

छोड़ के अपन मूल देवता ल ...

परबुधिया बन मूल निवासी जतर-कतर छरियावत हें
छोड़ के अपन मूल देवता ल पर के धरम अपनावत हें
ये तो कोनो समाधान नइहे जूझत-भोगत समस्या के
चाहे ककरो पांव पखारौ देव मिले नहीं बिन तपस्या के

* सुशील भोले
मो. 98269 92811, 80853 05931

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