Wednesday 29 April 2015

सुन माटी के काया...














सुन माटी के काया तैं फेर आबेच मोरे तीर
भले दिखत हे आज चुक ले तोर सुघ्घर शरीर
फेर काल के परही जब एला सोंटा-सटका
लरी-लरी अंग-अंग हो जाही अंतस जाही चीर

सुशील भोले 
मो. 80853-05931, 98269-92811

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